अब किसका विरोध करूं
मै लीखता था और वो पढ के खूश होता था और उसकी खूशी मे ही मेरा खूशी था
अब कौन? कहेगा वाह बहुत अच्छा लीखे
क्यो की उसे तो उन आतंकवादीयो ने मार दीया जो ये भी नही सोचते की एक को मारुंगा
तो उसके घर का क्या होगा, कैसे जीयेंगे उसके घर वाले?
किसी के काम आता होगा, किसी कंपनी की सान होगा
या कोई गरीब, बेघर होगा जो एक रोटी के लीये गया होगा उस जगह जहां बम धमाका हूवा।
क्या तूम उसे पहोचादोगे उसके घर
क्या तूम लौटा दोगे?
कैसे देश के प्रेमी हो तूम?
क्या वतन से प्यार है तूमहे
मै जानता हूं तूमहे तूमहारे दिल मे देश से बहुत प्यार है
ईतना की वक्त आने पर काम आओगे
मर के भी दूशमनो को मार जाओगे
आखीर ये देश मां है तूमहारी
जहां जीये हो
वो वतन जां है तूमहारी
उसका ब्लोग अब कौन देखेगा क्या अकेले ही देखूं उसे
क्या तूम साथ नही दोगे?
तूम नही ईस देश की रक्षा करोगे तो कोन करेगा?
सीर्फ जीने के लीये आए हो यहां
"आज मेरी बारी तो कर तूमहारी बारी है"
उसका छोटा सा बेटा है करीब 7-8 साल का......
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ये पोस्ट मेरा virodh.blogspot पर भी है।
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