फीर मैने देखा की लिन्कस को आसानी से ईडीट किया जा सकता है। और फीर क्या था। ये उत्सूकता रतन जी ने जगा दी लिनक्स के साथ मेरा अनुभव और यही पढ के मैने सोचा की अब उबंटू का फ्रि सिडी मै भी ले ही लेता हूं। और भर दिया गलत फार्म।
आज दो दिनो बाद जब मैने देखा की मैने अपना ही पता गलत भरा था तो ठिक कर दिया और आज सोचा क्या CD का ईंतजार करूं। और डाउन्लोड करने बैठ गया।
मेरा कछूवा नेट जो तीन घंटे मे 7% लोड कीया वो लिन्कस के CD आने से पहले तो डाउन्लोड कर ही देगा।
अब मै तो जला लिन्कस का लूफ्त उठाने। अब मै xp और लिन्कस दोनो चलाउंगा :)
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